जौनपुर,27 जनवरी . वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के रज्जू भैया संस्थान स्थित रसायन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ.मिथिलेश यादव ने सोमवार को मानव रचना विश्वविद्यालय, फरीदाबाद में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार में रसायनशास्त्र शिक्षण में भाषा की भूमिका विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए. इस सेमिनार का आयोजन वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, उच्चतर शिक्षा विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा किया गया था.
व्याख्यान में डॉ. यादव ने हिंदी में वैज्ञानिक शब्दावली के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह न केवल सटीक और स्पष्ट होनी चाहिए, बल्कि इसे आम जीवन में उपयोग में लाना भी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि हिंदी शब्दावली का विकास रसायन विज्ञान जैसे जटिल विषयों को आम जनता और छात्रों तक सरलता से पहुंचाने में सहायक हो सकता है.डॉ. यादव ने पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य से जुड़े कई विषयों पर चर्चा की. उन्होंने खाद के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी की उर्वरता में हो रही कमी और पर्यावरण पर इसके दुष्प्रभावों को रेखांकित किया. साथ ही, सूक्ष्म प्लास्टिक के बढ़ते प्रदूषण और जलीय जीवों पर इसके घातक प्रभावों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने ग्रीनहाउस प्रभाव के बढ़ते खतरे और उससे निपटने के उपायों की आवश्यकता पर बल दिया.रज्जू भैया संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार यादव और रसायन विभागाध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार सहित अन्य शिक्षकों ने भी इस व्याख्यान की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि हिंदी में वैज्ञानिक शब्दावली के विकास की दिशा में यह व्याख्यान एक महत्वपूर्ण पहल है.
/ विश्व प्रकाश श्रीवास्तव