अल्मोड़ा । हेमवती नंदन बहुगुणा स्टेडियम में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों की योगासन स्पर्धा मंगलवार को संपन्न हो गई। इस पांच दिवसीय प्रतियोगिता में देशभर के 22 राज्यों से 171 खिलाड़ियों ने भाग लिया और विभिन्न योगासन विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
योगासन स्पर्धा में पश्चिम बंगाल ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए तीन स्वर्ण और एक रजत पदक जीतकर पहला स्थान हासिल किया। हरियाणा ने एक स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य पदक के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि उत्तराखंड ने एक स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक जीतकर तीसरा स्थान सुनिश्चित किया।
मुख्य प्रतियोगिता परिणाम
पारंपरिक योगासन (पुरुष): शुभम देबनाथ (गोवा) – स्वर्ण, विशाल द्विवेदी (उत्तराखंड) – रजत, दीपक यादव (उत्तराखंड) व भारत रमा गौड़ा (कर्नाटक) – कांस्य।
रिदमिक योगासन जोड़ी (महिला): सर्बश्री मोंडल और सथी मोंडल (पश्चिम बंगाल) – स्वर्ण, सुहानी गिरिपुंजे व रचना अंबुलकर (महाराष्ट्र) – रजत, देवी और भतेरी (हरियाणा) – कांस्य।
रिदमिक योगासन (पुरुष): देव और अभय मिश्रा (चंडीगढ़) – स्वर्ण, धर्मतेजा के.ए. व अबिनेश कुमार बी (तमिलनाडु) – रजत, शशांक शर्मा व प्रियांशु (उत्तराखंड) – कांस्य।
आर्टिस्टिक योगासन सिंगल (महिला): शिल्पा दास (पश्चिम बंगाल) – स्वर्ण, देवी (हरियाणा) व साक्षी कुमारी (बिहार) – संयुक्त रजत, वैष्णवी सरवनकुमार (तमिलनाडु) व अल्का कुमारी (पंजाब) – संयुक्त कांस्य।
आर्टिस्टिक योगासन ग्रुप (पुरुष): उत्तराखंड – स्वर्ण, हरियाणा – रजत, महाराष्ट्र और राजस्थान – संयुक्त कांस्य।
आर्टिस्टिक योगासन ग्रुप (महिला): महाराष्ट्र – स्वर्ण, हरियाणा – रजत, उत्तर प्रदेश – कांस्य।
योगासन को मिलेगा नया आयाम
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा, "अल्मोड़ा में आयोजित इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता ने साबित कर दिया कि संकल्प से शिखर तक पहुंचा जा सकता है। जल्द ही योगासन को एशियाई खेलों में भी शामिल किया जाएगा, जिससे इस विधा को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।"
उत्तराखंड की सफल मेजबानी से यह स्पष्ट हो गया कि राज्य राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिताओं का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है। खिलाड़ियों और आयोजकों के उत्कृष्ट प्रयासों ने भारत को योगासन को अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर स्थापित करने के लिए पूरी तरह तैयार कर दिया है।