कोटा न्यूज़ डेस्क - अगर सब कुछ ठीक रहा तो नए शिक्षा सत्र से सरकारी स्कूलों में शिक्षक ड्रेस कोड में नजर आएंगे। राज्य सरकार प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने जा रही है। जिसकी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। अगर ऐसा हुआ तो राजस्थान देश का तीसरा ऐसा राज्य बन जाएगा जहां स्कूलों में शिक्षक ड्रेस कोड में नजर आएंगे।प्रदेश के स्कूलों में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए भजनलाल सरकार अब सरकारी स्कूलों में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। इसको लेकर राजस्थान सरकार कवायद में जुटी हुई है। अगर यह नियम लागू होता है तो ड्रेस कोड लागू करने वाला राजस्थान देश का तीसरा राज्य बन जाएगा। जहां ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मानते हैं कि ड्रेस कोड लागू होने से न सिर्फ स्कूलों में अनुशासन बेहतर होगा बल्कि शिक्षक और छात्र के बीच विश्वास और प्रेरणादायी माहौल भी बनेगा।
शिक्षा मंत्री ने दिए संकेत
स्कूलों में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने के संकेत खुद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने दिए हैं। उनका मानना है कि इससे बच्चों के मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। असम में वर्ष 2023 में, महाराष्ट्र में पिछले वर्ष 2024 में ड्रेस कोड लागू किया गया। यहां शिक्षकों को टी-शर्ट, जींस और डिजाइनर कपड़े पहनने की अनुमति नहीं है। बल्कि महिला शिक्षकों को साड़ी या सलवार-कुर्ता और पुरुष शिक्षकों को फॉर्मल शर्ट और पैंट पहनने को कहा गया।
वसुंधरा सरकार में भी हुए थे प्रयास
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने के लिए पिछली भाजपा की वसुंधरा राजे सरकार में भी प्रयास किए गए थे। इसके लिए अधिकारियों की बैठकें भी हुई थीं। लेकिन यह प्रयास केवल बैठकों तक ही सीमित रहा और अंतिम निर्णय ठंडे बस्ते में चला गया। अब भजनलाल सरकार नई शिक्षा नीति के तहत इसे अनिवार्य करने की दिशा में काम कर रही है। शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करना स्कूलों में प्रेरणादायी माहौल के लिए उचित कदम होगा। राज्य सरकार का आदेश आने पर इसे लागू किया जाएगा। इस पर अभी चर्चा चल रही है।
क्या हो सकता है ड्रेस कोड
पुरुष शिक्षकों को टी-शर्ट और जींस पहनने से रोका जा सकता है।
महिला शिक्षकों को स्कूल में साड़ी या सलवार सूट पहनना अनिवार्य किया जा सकता है।
पुरुष और महिला शिक्षकों के लिए एक विशेष रंग का ड्रेस कोड भी लागू किया जा सकता है।