कल महिला दिवस के अवसर पर एक प्रसिद्ध राजनीतिक हस्ती ने राष्ट्रपति को एक पत्र लिखा। इस पत्र में सभी महिलाओं के लिए रक्त पाप की क्षमा का अनुरोध किया गया था। राष्ट्रपति को पत्र लिखने वाली कोई और नहीं बल्कि एनसीपी (शरद पवार) की महिला शाखा की अध्यक्ष रोहिणी खडसे थीं। रोहिणी की मांग से सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। उनका पत्र तेजी से वायरल हो रहा है। तो आइए जानते हैं रोहिणी खडसे के बारे में विस्तार से...
रोहिणी की मांग क्या थी?
राष्ट्रपति को लिखे पत्र में रोहिणी खडसे ने कहा कि हम सभी महिलाओं की ओर से हत्या करने की अनुमति मांग रहे हैं। एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के आंकड़े साझा करते हुए रोहिणी ने कहा कि भारत महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देश है। मुंबई में एक 12 साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया गया। इसके अलावा, महिलाओं के खिलाफ कई अपराध, जैसे अपहरण और घरेलू हिंसा, आम हो गए हैं।
रोहिणी खडसे कौन हैं?
आपको बता दें कि रोहिणी खडसे महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे की बेटी हैं। मुंबई विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई करने के बाद रोहिणी ने राजनीति में प्रवेश किया। 2019 में उन्होंने भाजपा से चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। रोहिणी अपने पिता एकनाथ खडसे के साथ एनसीपी (शरद) का हिस्सा बन गईं। अगस्त 2023 में एनसीपी ने रोहिणी खडसे को महिला विंग का अध्यक्ष बनाया।
बैंकिंग क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित
राजनीति के अलावा रोहिणी बैंकिंग क्षेत्र में भी काफी सक्रिय हैं। वह जलगांव स्थित केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष एवं निदेशक भी हैं। अपने कार्यकाल के दौरान, रोहिणी ने बैंक ऑडिट को सी ग्रेड से ए ग्रेड तक सुधारा। रोहिणी को बैंक और एटीएम सुविधाओं के कम्प्यूटरीकरण के लिए कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है।
विवाद कब शुरू हुआ?
आपको बता दें कि रोहिणी खडसे इससे पहले भी कई बार सुर्खियों में रह चुकी हैं। 2023 में उन्हें मुख्यमंत्री के काफिले को काला झंडा दिखाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जब 2 मार्च 2025 को रोहिणी ने अपनी भतीजी के लिए आवाज उठाई। दरअसल, रोहिणी की भतीजी और केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की बेटी अपनी सहेलियों के साथ मुत्तई नगर मेले में गई थी, जहां कुछ लड़कों ने उसके साथ छेड़छाड़ की। जिसके बाद रोहिणी का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने पुलिस से आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। इसके अलावा रोहिणी ने महाराष्ट्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब राज्य में इस तरह का उत्पीड़न होता है तो आम लड़कियों के साथ क्या होता होगा?