श्रद्धालुओं को बरसाना में करीब 200 मीटर ऊंचे ब्रह्मांचल पर्वत पर स्थित राधारानी मंदिर तक जाने और आने की सुविधा मुहैया कराने के लिए रोप-वे का संचालन किया जा रहा है। इस रोप-वे की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले सात मार्च को की थी। वह तब स्वयं भी इसी रोप-वे से मंदिर तक गए थे और उससे वापस भी आए थे।
परियोजना के प्रबंधक संजय सिंह ने बताया कि मंगलवार अपराह्न अचानक कुछ ही पलों के लिए रोप-वे की विधुत आपूर्ति बाधित हो गई, जिसके कारण रोप-वे की मोटर बंद हो जाने से ऊपर से वापस लौट रहीं तीन ट्रॉलियां नियंत्रण से बाहर हो गईं और तेजी से नीचे की ओर आते हुए आधार स्टेशन से टकरा गईं।
उन्होंने बताया कि इस घटना से ट्रॉली में बैठे 18 श्रद्धालु अत्यधिक भयभीत होकर चीखने-चिल्लाने लगे, ट्रॉलियों के केबिन में लगे कांच टूट गए और श्रद्धालु भयभीत हो गए। उन्होंने बताया कि मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत सभी श्रद्धालुओं को बाहर निकाला और उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने बताया कि अन्य ट्रॉलियों में सवार लोग जो ऊपर जा रहे थे, उन्हें भी एक-एक करके उतार लिया गया।
सिंह ने बताया कि फिलहाल रोप-वे का संचालन बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति बंद होने की स्थिति में भी ट्रॉलियों को तेजी से नीचे नहीं आना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि कोलकाता से विशेषज्ञों के देर शाम तक यहां पहुंचने की संभावना है और उनके द्वारा निरीक्षण के बाद ही अगला निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया है, जिसकी देखरेख में रोप-वे का निर्माण किया गया था। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी भी अपने स्तर से जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों की अनुमति के बाद ही संचालन फिर से शुरू किया जाएगा।
गोवर्धन की उपजिलाधिकारी नीलम श्रीवास्तव ने कहा कि मैंने मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकारण के सचिव से बात की है। वे मामले को देख रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि मैं यह सुनिश्चित करने के लिए एक औपचारिक अनुरोध भी भेज रही हूं कि भविष्य में ऐसी यांत्रिक खराबी को रोकने के लिए रोप-वे का नियमित निरीक्षण किया जाए। भाषा
Edited by: Sudhir Sharma