लिवर हमारे शरीर का एक बहुत ही इम्पोर्टेन्ट ऑर्गन है, जो डाइजेशन से लेकर टॉक्सिक सब्सटेंस को बाहर निकालने तक कई ज़रूरी काम करता है. आजकल खराब खानपान के चलते इसका असल लिवर पर भी देखने को मिलता है. डॉ. विशाल खुराना (डायरेक्टर – गैस्टोएंट्रोलॉजी, मेट्रो हॉस्पिटल फरीदाबाद) ने बताया कि जब लिवर पूरी तरह से खराब हो जाता है और दवाइयों से ठीक नहीं हो पाता है तब लिवर ट्रांसप्लांट ही इलाज बचता है.
क्या होता है लिवर ट्रांसप्लांट?
डॉ. विशाल खुराना ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट एक सर्जरी होती है, जिसमें खराब हो चुके लिवर को निकालकर नया, हेल्दी लिवर लगाया जाता है. यह नया लिवर किसी डोनर से लिया जाता है.
लिवर ट्रांसप्लांट में आमतौर पर पुराना लिवर पूरी तरह से हटा दिया जाता है और उसकी जगह नया लिवर लगाया जाता है. इसे ऑर्थोटोपिक लिवर ट्रांसप्लांट कहते हैं. यह सबसे आम तरीका है और इसे करने की जरूरत तब पड़ती है जब लिवर पूरी तरह से खराब हो चुका हो और वह शरीर के लिए नुकसानदायक बन चुका हो.
हालांकि, कुछ मामलों में डॉक्टर ऑक्सिलरी लिवर ट्रांसप्लांट करते हैं, जिसमें पुराने लिवर का कुछ हिस्सा शरीर में रहने दिया जाता है और नया लिवर जोड़ा जाता है. यह रेयर मामलों में किया जाता है, जब संभावना हो कि पुराना लिवर फिर से ठीक हो सकता है.
हटा दिया जाता है पुराना लिवर-
नया लिवर धीरे-धीरे शरीर में अपना काम करने लगता है. मरीज को कुछ महीनों तक दवाइयां लेनी पड़ती हैं ताकि शरीर नया लिवर स्वीकार कर सके. लिवर ट्रांसप्लांट में आमतौर पर पुराना लिवर पूरी तरह हटा दिया जाता है, लेकिन कुछ खास मामलों में इसका कुछ हिस्सा बचाया जा सकता है. यह सर्जरी गंभीर लिवर पेशेंट्स के लिए जीवन बचाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है, जिससे वे दोबारा स्वस्थ जीवन जी सकते हैं