समाचार अपडेट: अक्सर बुजुर्गों को घुटनों में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसका मुख्य कारण शरीर में मिनरल्स, प्रोटीन, फाइबर और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों की कमी होना है। इस कमी के चलते घुटनों में दर्द उत्पन्न होता है।
इसके अलावा, आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर बाहर का खाना खाते हैं, जो पौष्टिक नहीं होता। इस प्रकार के भोजन में मिलावट होती है, जिससे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह आगे चलकर घुटनों और जोड़ों में दर्द, साथ ही अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
इन समस्याओं से बचने के लिए, आपको स्वच्छ और पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए। घर का बना खाना सबसे अच्छा होता है। मसालेदार और तला हुआ खाना कम से कम खाएं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और सुबह टहलना भी आवश्यक है। इन आदतों को अपनाने से आप घुटनों और जोड़ों के दर्द से बच सकते हैं।
नियमित रूप से ग्रीन टी या गर्म पानी का सेवन करें। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर की सफाई में मदद करते हैं।
सुबह उठकर कम से कम 100 कदम चलें। यह आपके शरीर को लचीला बनाएगा और बीमारियों से दूर रखेगा। योग और प्राणायाम भी फायदेमंद हो सकते हैं।
तिल के तेल या सरसों के तेल से घुटनों की मालिश करने से भी राहत मिलती है।
ओमेगा-3 से भरपूर कैप्सूल का सेवन करें, जो फिश ऑयल में पाया जाता है। ओमेगा-3 हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।