केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर 58 प्रतिशत नहीं बल्कि सिर्फ 7-8 प्रतिशत ही टैरिफ लगाता है। उन्होंने कहा कि यह टैरिफ वैश्विक व्यापार के ही अनुरूप है। इसे किसी भी तरह ज्यादा नहीं कहा जा सकता। गोयल ने कहा कि भारत अपने व्यापारिक रिश्तों को निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ संचालित करता है। भारत उन देशों के साथ व्यापार समझौते कर सकता है, जो निष्पक्ष व्यापार गतिविधियों का पालन करते हैं। ALSO READ:
दोनों के लिए नुकसानदेह : उन्होंने कहा कि ट्रंप ने भारत पर जो टैरिफ लगाया है वह दोनों ही देशों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। गोयल ने कहा कि अमेरिका ने भारत पर जो 26 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया है, वह अनुचित है। हालांकि गोयल ने यह स्वीकार किया कि अमेरिका पर भारत का कुल टैरिफ 17 प्रतिशत है। केन्द्रीय मंत्री ने चीन की व्यापारिक नीतियों पर भी निशाना साधा और कहा कि चीन के अनुचित व्यापार तरीकों के कारण वैश्विक व्यापार में समस्याएं पैदा हो रही हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि निष्पक्ष व्यापार नीतियों वाले देश एक साथ आते हैं तो यह भारत के लिए एक स्वर्णिम अवसर बन सकता है। ALSO READ:
अमेरिका और चीन आमने सामने : दूसरी ओर, अमेरिका और चीन के बीच खुला ट्रेड वॉर शुरू हो गया है। अमेरिका ने चीन पर 34 फीसदी का रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया, जिसके बाद चीनी सामानों पर टैरिफ 54 फीसदी हो गया है। चीन ने भी पलटवार करते हुए अमेरिका पर 34 फीसदी टैरिफ लगा दिया। इस बीच, ट्रंप ने चीनी आयात पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी दे डाली। यदि अमेरिका चीन पर टैरिफ बढ़ाता है तो चीनी सामानों पर टैरिफ 70 फीसदी हो जाएगा।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala