आजकल सिरदर्द एक सामान्य समस्या बन गई है। इस समस्या के लिए राजीव दीक्षित जी ने कई उपचार बताए हैं, जिनमें से कुछ हम यहां साझा कर रहे हैं। सिरदर्द का एक प्रभावी इलाज आपके घर में ही मौजूद है, और वह है देशी गाय का घी। थोड़ी मात्रा में घी को चम्मच में हल्का गर्म करें और इसे दोनों नथुनों में एक-एक बूँद डालकर सो जाएं।
इस उपाय से सभी प्रकार के सिरदर्द 15-20 मिनट में ठीक हो जाते हैं। यह उपचार रात में सोते समय करना चाहिए। गाय के घी के कई लाभ हैं, जैसे कि यह गंभीर बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी के नथुने से खून आता है, जिसे नकसीर कहा जाता है, तो यह उपाय सबसे अच्छा है।
यदि किसी को लगातार छींक आती है या नथुने से पानी निकलता है, तो यह उपाय उनके लिए भी फायदेमंद है। नथुने में हड्डी बढ़ने की समस्या या साइनस के लिए भी यह एक प्रभावी उपचार है। इसके अलावा, यदि किसी को हर समय सर्दी-खांसी रहती है, तो यह नुस्खा उन्हें भी ठीक कर सकता है।
गाय का घी मस्तिष्क से संबंधित समस्याओं जैसे ब्रेन हैमरेज और पैरालिसिस के लिए भी लाभकारी है। इसे नथुनों में डालने से 6 से 8 महीने में सुधार हो सकता है। मिर्गी के दौरे पड़ने की समस्या भी इससे ठीक हो सकती है, हालांकि इसमें थोड़ा अधिक समय लग सकता है।
आजकल के छात्रों को पढ़ाई में याद रखने में कठिनाई होती है। गाय का घी उनकी स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह जितना पुराना होता है, उतना ही अधिक प्रभावी होता है। यदि आपको पुराना गाय का घी मिले, तो यह नाक के कैंसर के इलाज में भी सहायक हो सकता है।
आपको सलाह दी जाती है कि आप गाय का घी एक कांच की बोतल में रखें, क्योंकि यह खराब नहीं होता। मिट्टी के बर्तन में भी इसे रखा जा सकता है, लेकिन कांच की बोतल अधिक सुरक्षित होती है। बस इतना करना है कि देशी गाय का घी लें, हल्का गर्म करें और सोने से पहले नथुनों में डालें। यह उपाय आपको कई बीमारियों से राहत दिला सकता है।