हरियाणा के सरकारी स्कूलों ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। जेईई एडवांस 2025 में इन स्कूलों के 200 छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। यह उपलब्धि 'सुपर-100' कार्यक्रम की मेहनत और हरियाणा सरकार की दूरदर्शिता का परिणाम है। शिक्षा मंत्री महिपाल सिंह ढांडा ने इसे सरकारी स्कूलों की ताकत का प्रमाण बताया है। आइए जानते हैं इस ऐतिहासिक सफलता की कहानी और सुपर-100 की विशेषताएँ।
हरियाणा सरकार का 'सुपर-100' कार्यक्रम मेधावी छात्रों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। इस पहल के तहत सरकारी स्कूलों के प्रतिभाशाली बच्चों को जेईई और मेडिकल जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान की जाती है। इस वर्ष जेईई एडवांस में 223 छात्रों ने भाग लिया, जिनमें से 200 ने सफलता हासिल की। ये परिणाम सुपर-100 की प्रभावशाली कोचिंग और छात्रों की मेहनत का परिणाम हैं। यह कार्यक्रम यह साबित करता है कि सही मार्गदर्शन मिलने पर सरकारी स्कूलों के बच्चे भी देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।
जेईई एडवांस में हरियाणा के सरकारी स्कूलों के छात्रों ने न केवल क्वालीफाई किया, बल्कि शानदार अंक भी प्राप्त किए। 14 छात्रों ने 99 पर्सेंटाइल, 28 ने 98 पर्सेंटाइल, और 50 ने 97 पर्सेंटाइल स्कोर किया। इसके अलावा, 82 छात्रों ने 95 पर्सेंटाइल, 125 ने 90 पर्सेंटाइल से ऊपर, और 171 ने 85 पर्सेंटाइल से अधिक अंक हासिल किए। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि सुपर-100 ने न केवल छात्रों को क्वालीफाई कराया, बल्कि उन्हें उच्च रैंकिंग के लिए भी तैयार किया। यह प्रदर्शन हरियाणा के शिक्षा क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित करता है।
शिक्षा मंत्री महिपाल सिंह ढांडा ने इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा कि सुपर-100 ने साबित कर दिया है कि सरकारी स्कूलों के बच्चे किसी से कम नहीं हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम के विस्तार की योजना का भी ऐलान किया, ताकि और अधिक छात्रों को इसका लाभ मिल सके। सरकार अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी कोचिंग शुरू करने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा, पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता पर बोलते हुए ढांडा ने आश्वासन दिया कि अधिकांश स्कूलों में किताबें पहुंच चुकी हैं, और बाकी में जल्द पहुंच जाएंगी। यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाएगा।
सुपर-100 की यह सफलता हरियाणा के सरकारी स्कूलों के छात्रों और उनके माता-पिता के लिए एक प्रेरणा है। यह दर्शाता है कि मेहनत और सही मार्गदर्शन से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को इस तरह के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करें। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे सुपर-100 जैसे अवसरों का लाभ उठाएं और नियमित पढ़ाई के साथ मॉक टेस्ट और समय प्रबंधन पर ध्यान दें। यह सफलता न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि हरियाणा के शिक्षा क्षेत्र की प्रगति का प्रतीक भी है।
जेईई एडवांस में हरियाणा के सरकारी स्कूलों के 200 छात्रों की सफलता एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। सुपर-100 कार्यक्रम ने न केवल इन बच्चों को इंजीनियरिंग के सपनों के करीब पहुंचाया, बल्कि यह भी दिखाया कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में अपनी जगह बना सकते हैं। हरियाणा सरकार की यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में समानता और अवसरों की नई उम्मीद जगा रही है। आने वाले सालों में सुपर-100 और अधिक बच्चों को उनके सपनों की उड़ान देगा।