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बहुत से लोग अपनी लंबाई को लेकर असहज रहते हैं। कुछ लोगों का तो उनकी लंबाई की वजह से मज़ाक भी उड़ाया जाता है। ज़्यादातर समय हम देखते हैं कि पुरुष महिलाओं से लंबे होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? क्या यह महज़ संयोग है या इसके पीछे वाकई कोई वैज्ञानिक कारण है?
इस संबंध में अमेरिका के पेनसिल्वेनिया स्थित गीसिंजर कॉलेज ऑफ़ हेल्थ साइंसेज में एक शोध किया गया। इस शोध के ज़रिए इस लंबाई के अंतर का वैज्ञानिक कारण सामने आया है। ख़ास तौर पर, SHOX (शॉर्ट स्टैचर होमियोबॉक्स) नामक एक ख़ास जीन के बारे में जानकारी दी गई है। यह जीन पुरुषों और महिलाओं के बीच लंबाई के अंतर को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाता है।
पुरुषों की लंबाई बढ़ाने वाला जीन
इस शोध में 1225 लोगों के स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण किया गया। इसमें पाया गया कि SHOX नामक जीन, जो Y गुणसूत्र पर ज़्यादा सक्रिय होता है, पुरुषों को औसतन 3 सेंटीमीटर लंबा बनाता है। क्योंकि Y गुणसूत्र सिर्फ़ पुरुषों में पाया जाता है। चूँकि यह महिलाओं में नहीं पाया जाता, इसलिए SHOX का उनके शरीर पर ज़्यादा असर नहीं होता। यही वजह है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में तुलनात्मक रूप से छोटी होती हैं।
SHOX जीन से कितना फ़र्क पड़ता है?
वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, पुरुषों और महिलाओं के बीच औसत ऊँचाई का अंतर 12 से 14 सेंटीमीटर है। इस अंतर का लगभग 22.6% अकेले SHOX जीन के कारण होता है। अगर हम दूसरे कारणों पर नज़र डालें, तो हार्मोनल परिवर्तन, आहार, माता-पिता की ऊँचाई और जीवनशैली जैसे पर्यावरणीय कारक भी भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, पोषण, नींद की गुणवत्ता, व्यायाम या यहाँ तक कि जहाँ हम रहते हैं वहाँ की मौसम की स्थिति भी प्रभाव डालती है।
क्या ऊँचाई बढ़ाना संभव है?
शोधकर्ताओं का कहना है कि SHOX जीन पर और अधिक शोध भविष्य में ऊँचाई बढ़ाने के लिए समाधान या उपचार विकसित करने में मदद कर सकता है। न केवल ऊँचाई, बल्कि इस जीन के अध्ययन से अल्जाइमर जैसी कुछ न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के कारणों और संभावित उपचारों को समझने में भी मदद मिल सकती है।