यूरिक एसिड कम करने में तेजपत्ता कितना असरदार है? जानिए इस्तेमाल का सही तरीका
Business Sandesh Hindi July 01, 2025 06:42 PM

जब शरीर प्यूरिन को ठीक से पचा नहीं पाता, तो यह शरीर में जमा होने लगता है और हड्डियों के बीच जगह बनाकर गाउट (Gout) जैसी समस्या पैदा करता है। यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है और हड्डियों की मूवमेंट को प्रभावित करती है। हालांकि, डाइट में कुछ बदलाव करके और घरेलू नुस्खों को अपनाकर इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है। ऐसे ही एक घरेलू उपाय में तेजपत्ता बेहद कारगर साबित हो सकता है।

🟢 तेजपत्ता कैसे करता है यूरिक एसिड को कंट्रोल?
तेजपत्ता (Bay Leaf), जिसे वैज्ञानिक भाषा में Syzygium polyanthum भी कहा जाता है, में कई ऐसे गुण होते हैं जो शरीर से प्यूरिन जैसे टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं।

🔸 यह यूरिक एसिड को कम करने में मदद करता है।
🔸 इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में फायदेमंद होते हैं।
🔸 यह शरीर में जमा अपशिष्ट को फ्लश करने में भी सहायक होता है।

💧 तेजपत्ता का पानी कैसे पिएं?
यूरिक एसिड के मरीजों के लिए तेजपत्ता का पानी बेहद फायदेमंद हो सकता है। इसे बनाने का तरीका:

3 से 4 तेजपत्ते लें।

1-2 गिलास पानी में डालकर 10 मिनट तक उबालें।

पानी को छान लें और हल्का ठंडा होने पर उसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं।

इस पानी को सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले पिएं।

यह पानी शरीर में जमा प्यूरिन क्रिस्टल्स को तोड़ता है और उन्हें शरीर से बाहर निकालता है, जिससे गाउट का दर्द भी कम हो सकता है।

🍵 तेजपत्ते की चाय भी है फायदेमंद
अगर आप चाहें तो तेजपत्ते की चाय बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। इसमें थोड़ा अदरक, नींबू या दालचीनी मिलाने से इसका डिटॉक्स इफेक्ट और भी बढ़ जाता है।

⚠️ सावधानी रखें
तेजपत्ते का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करें।

अगर आप किसी दवा पर हैं तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

तेजपत्ते का अधिक सेवन पेट की समस्या या ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकता है।

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