राजस्थान वर्षा का पूर्वानुमान: राजस्थान में मानसून का असर अब स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। मौसम विभाग ने 10 जुलाई को राज्य के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लगातार उमस और गर्मी से परेशान लोगों के लिए यह बारिश राहत लेकर आ सकती है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार कोटा, जयपुर और भरतपुर में आज झमाझम बारिश होने की संभावना है। वहीं, 10 जुलाई को कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। विभाग का कहना है कि यह बारिश मानसून के आगे बढ़ने का संकेत है, जो आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत की ओर सक्रिय होगा।
विभाग ने बताया कि 9 से 12 जुलाई तक दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में भारी वर्षा हो सकती है। यह इलाका मानसून के सक्रिय केंद्र में आने वाला है। भीलवाड़ा, कोटा, बारां, झालावाड़ जैसे जिलों में अगले दो-तीन दिनों में जोरदार बारिश की संभावना जताई गई है।
राजस्थान के 25 जिलों में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान रुक-रुक कर बारिश, तेज हवाएं और बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। यह चेतावनी स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के लिए अलर्ट का संकेत है।
मौसम विभाग ने यह भी चेताया है कि कई जिलों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। तेज हवाओं के साथ बारिश से पेड़ों के गिरने, बिजली के खंभों के क्षतिग्रस्त होने और आवागमन में बाधा की आशंका है।
बीते दिन जयपुर, गंगानगर, दौसा समेत कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई थी। हालांकि उमस से लोगों को पूरी तरह राहत नहीं मिली। अब उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ दिनों में तेज बारिश से तापमान में गिरावट और उमस से निजात मिल सकेगी।
विभाग का कहना है कि मानसून की गतिविधियां फिलहाल पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में सक्रिय हैं। अगले 2–3 दिनों में यह और अधिक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। इसका असर राजस्थान के शेष जिलों पर भी पड़ेगा।
राज्य सरकार और प्रशासन को चाहिए कि बारिश के दौरान राहत और बचाव की व्यवस्थाएं मजबूत करें। नगर निकायों को नालों और ड्रेनेज की सफाई, विधुत विभाग को पोल और तारों की जांच, और आपात सेवाओं को अलर्ट मोड में रखा जाए।
मानसून की यह सक्रियता राजस्थान के किसानों के लिए भी सकारात्मक संकेत है। इससे खरीफ की बुआई को गति मिल सकती है और फसलों को भरपूर नमी मिलने की संभावना है।