Trump Allegations : जेफ्री एबस्टीन के कुकर्मों पर ट्रंप की सफ़ाई, ब्लैक बुक वाली गर्लफ्रेंड मैक्सवेल का चौंकाने वाला खुलासा

News India Live, Digital Desk: Trump Allegations : कुख्यात अमेरिकी फाइनेंसर और यौन अपराधी जेफ्री एबस्टीन के काले कारनामे अब तक चर्चा में रहते हैं. एबस्टीन की पूर्व गर्लफ्रेंड और उसकी आपराधिक सहयोगी रही घिसलाइन मैक्सवेल, जो खुद एक किशोरी लड़की की तस्करी और अन्य अपराधों में 20 साल की सजा काट रही है, ने हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप को लेकर एक अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि एबस्टीन के साथ रहने के दौरान उन्होंने कभी भी डोनाल्ड ट्रंप को "किसी अनुचित या संदिग्ध हरकत में शामिल होते नहीं देखा."जेल से आए बयान की क्या है अहमियत?आपको याद होगा कि एबस्टीन की "ब्लैक बुक" में कुछ बड़े-बड़े लोगों के नाम सामने आए थे, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप का नाम भी था. अब ऐसे में जब मैक्सवेल, जो एबस्टीन के बेहद करीब थी और उसकी कई हरकतों की चश्मदीद गवाह भी थी, वो ट्रंप को क्लीन चिट दे रही है, तो ये एक बड़ा बयान माना जा रहा है. उनके बयान का सीधा मतलब है कि जहाँ एबस्टीन लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार और उन्हें फंसाने में लगा रहता था, वहाँ उन्होंने ट्रंप को कभी इसमें शामिल होते नहीं देखा.घिसलाइन मैक्सवेल ने जेल से एक पॉडकास्ट को दिए इंटरव्यू में ये बातें कही हैं. इंटरव्यू के दौरान जब उनसे सीधे तौर पर ट्रंप के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "जब भी मैं राष्ट्रपति ट्रंप या उनके नाम के बारे में सोचती हूँ, तो यही बात मुझे हमेशा हैरान करती है कि जब मैं वहाँ मौजूद थी तब मैंने कभी भी उन्हें किसी अनुचित या संदिग्ध हरकत में शामिल होते नहीं देखा था. वह वहाँ बस आते-जाते रहते थे. उनके आस-पास हमेशा बहुत सारी लड़कियाँ और मॉडल होती थीं, पर मेरे वहाँ होने पर कभी भी कुछ अनुचित होते नहीं देखा."एबस्टीन के साथ ट्रंप के रिश्ते कैसे थे?डॉनल्ड ट्रंप और जेफ्री एबस्टीन, दोनों न्यू यॉर्क में एक ही सोशल सर्कल से आते थे. दोनों कई सालों तक एक-दूसरे के जानकार थे और कई पार्टियों और इवेंट्स में साथ देखे जाते थे. खुद ट्रंप ने एक बार एबस्टीन को एक 'शानदार शख्स' भी बताया था. लेकिन जब एबस्टीन के काले कारनामों का पर्दाफाश हुआ, तो ट्रंप ने उससे पूरी तरह किनारा कर लिया. उन्होंने कहा था कि वे उसे अच्छी तरह नहीं जानते थे और उनसे सारे रिश्ते तोड़ लिए थे.मैक्सवेल ने इंटरव्यू में एबस्टीन को 'मनोरोगी' भी बताया है और कहा कि उन्हें 'लगभग बेईमानी के बिंदु तक' पता नहीं था कि वह कौन थी या क्या कर रही थी. उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया ने उन्हें बदनाम किया और उनकी सजा उनकी उम्र और जेंडर को ध्यान में रखकर दी गई है, क्योंकि वो महिला है.घिसलाइन मैक्सवेल का यह बयान ऐसे समय में आया है जब डोनाल्ड ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनने की दौड़ में हैं. अब यह देखना बाकी है कि यह बयान राजनीतिक गलियारों में क्या असर डालता है.