नई दिल्ली : राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सर्दियों के चलते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 21 सूत्री कार्य योजना लागू की जाएगी. गोपाल राय ने कहा, “वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली के इर्द-गिर्द के राज्यों एवं केंद्र गवर्नमेंट को मिलकर काम करने की जरूरत है. 2016 से 2023 के बीच वायु प्रदूषण में 34.6 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. दिल्ली में वनरोपण जैसी दीर्घकालिक योजनाओं ने वायु प्रदूषण में कमी लाने में सहायता की है.“
उन्होंने आगे बोला कि बीते चार सालों में 2 करोड़ पेड़ लगाए गए, तथा वृक्षारोपण नीति से सहायता मिली है. दिल्ली की सड़कों पर 7,545 सार्वजनिक परिवहन बसें चल रही हैं एवं इलेक्ट्रिक वाहन नीति (EV Policy) सफल साबित हो रही है. दिल्ली ने अपना थर्मल पावर प्लांट बंद कर दिया है, किन्तु NCR के राज्यों में इसी प्रकार के प्लांट अभी भी चालू हैं. गोपाल राय ने यह भी बोला कि दिल्ली गवर्नमेंट ऑड-ईवन योजना की तैयारी कर रही है, जो केवल इमरजेंसी तरीका के रूप में लागू की जाएगी. उन्होंने कहा, “हमने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर सर्दियों के चलते कृत्रिम बारिश कराने की अनुमति मांगी है. हम 1 नवंबर से 15 नवंबर के बीच कृत्रिम बारिश की तैयारी करना चाहते हैं, जब दीपावली के पश्चात् और पराली जलाने के कारण प्रदूषण का स्तर चरम पर होने की आशा है.“
उन्होंने कहा कि मंत्री ने अभी तक पत्र का उत्तर नहीं दिया है. मंत्री गोपाल राय ने बोला कि प्रदूषण के हॉटस्पॉट क्षेत्रों की ड्रोन के माध्यम से रियल-टाइम नज़र की जाएगी. राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण की नज़र के लिए पर्यावरण मंत्रालय, परिवहन मंत्रालय, दिल्ली नगर निगम, एवं लोक निर्माण विभाग के कर्मियों समेत 86 सदस्यों वाली एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा.