क्या आप शराब का सेवन करते हैं और इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि किस मात्रा में अल्कोहल लेना आपकी सेहत के लिए सुरक्षित रहेगा? तो यह खबर आपके लिए है। हाल ही में ऐज, जेंडर और ज्योग्राफिक एरिया जैसे फैक्टर्स के आधार पर शराब के प्रभाव की एक नई रिपोर्ट जारी की गई है। यह रिपोर्ट पहली बार द लैंसेट जर्नल द्वारा एक अध्ययन के आधार पर प्रकाशित की गई है। इस रिसर्च में यह विश्लेषण किया गया है कि एक व्यक्ति अपनी उम्र के अनुसार कितनी शराब पी सकता है और कितनी मात्रा में शराब का सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
द लैंसेट में प्रकाशित इस नए एनालिसिस के मुताबिक, बुजुर्गों की तुलना में युवाओं के लिए अल्कोहल का सेवन ज्यादा खतरा पैदा करता है। ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज का एनालिसिस, ज्योग्राफिक एरिया, उम्र और लिंग के आधार पर अल्कोहल के खतरे को रिपोर्ट करने वाला पहला अध्ययन है। इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 204 देशों में अल्कोहल के इस्तेमाल का विश्लेषण किया है और पाया कि 2020 में 1.34 करोड़ लोगों (1.03 करोड़ पुरुष और 0.312 करोड़ महिलाएं) ने हानिकारक मात्रा में अल्कोहल का सेवन किया।
40 से कम उम्र के पुरुषों में हाई रिस्क
इस अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ है कि दुनिया भर में 15 से 39 साल के पुरुषों को शराब के सेवन से सबसे ज्यादा खतरा है। हर भौगोलिक क्षेत्र में इस आयु वर्ग के पुरुषों का सबसे बड़ा हिस्सा असुरक्षित मात्रा में शराब का सेवन करते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, इस आयु वर्ग के लोगों को शराब पीने से कोई स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलता, बल्कि इससे केवल स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि शराब से संबंधित लगभग 60 फीसदी दुर्घटनाएं इस आयु वर्ग में होती हैं, जिनमें मोटर वाहन दुर्घटनाएं, आत्महत्याएं और हत्याएं शामिल हैं। 2020 में असुरक्षित मात्रा में शराब का सेवन करने वालों में 59.1 फीसदी लोग 15 से 39 वर्ष के थे, और इनमें से 76.7 फीसदी पुरुष थे।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2020 में 15 से 39 वर्ष के आयु वर्ग में 1.85 फीसदी महिलाएं और 25.7 फीसदी पुरुषों ने असुरक्षित मात्रा में शराब का सेवन किया। यह आंकड़ा 40 से 64 आयु वर्ग के लोगों में कम था, जहां 1.79 फीसदी महिलाएं और 23 फीसदी पुरुषों ने असुरक्षित मात्रा में शराब का सेवन किया।