नई दिल्ली। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में हल्की गिरावट आई, लेकिन मंगलवार को और अधिक गिरावट का डर सताने लगा है। इसका कारण अमेरिकी शेयर बाजार में हो रही भारी गिरावट है। Dow Jones और NASDAQ में गिरावट देखी जा रही है, जबकि Gift Nifty 72 अंक गिरकर 22,421 पर पहुंच गया है।
अमेरिकी बाजार में Dow Jones इंडेक्स 446 अंक (-1%) गिरा है, जबकि S&P 500 फ्यूचर्स में 1.3% की कमी आई है और Nasdaq 673 अंक नीचे आया है। पिछले सप्ताह भी अमेरिकी बाजार में गिरावट का सामना करना पड़ा था, जिसमें S&P 500 -3.1%, Dow Jones -2.4% और Nasdaq -3.5% गिरा था।
बड़ी गिरावट का कारण क्या है?
इस सप्ताह आने वाले कई आर्थिक आंकड़ों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ, महंगाई और वैश्विक मंदी की आशंका बाजार को नीचे की ओर धकेल रही है। यदि महंगाई दर में वृद्धि जारी रहती है, तो अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करने से बच सकता है, जिससे बाजार में और गिरावट आ सकती है।
ट्रंप का टैरिफ दांव उल्टा पड़ रहा है
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, मैक्सिको, कनाडा और चीन पर नए टैरिफ की घोषणा की है, जिसके जवाब में इन देशों ने भी टैरिफ लगाया है। इससे तनाव बढ़ गया है और ट्रेड वॉर का खतरा भी बढ़ रहा है, जिससे बाजार में गिरावट देखी जा रही है। इसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ सकता है।
आने वाले आंकड़े कौन से हैं?
इस सप्ताह कई महत्वपूर्ण आर्थिक रिपोर्ट्स आने वाली हैं, जिनका बाजार पर प्रभाव पड़ेगा। फरवरी महीने के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आंकड़े बुधवार को जारी होंगे, जबकि उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) गुरुवार को आएगा। महंगाई बढ़ने की संभावना से बाजार में असमंजस की स्थिति है।
भारतीय शेयर बाजार का भविष्य
अमेरिकी बाजार में गिरावट के चलते, भारतीय बाजार में भी गिरावट की संभावना है। विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) की बिकवाली जारी रह सकती है, जिससे Nifty और Sensex पर दबाव रहेगा। मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में अधिक कमजोरी देखने को मिल सकती है। यदि अमेरिका में मंदी के संकेत बढ़ते हैं, तो इसका नकारात्मक प्रभाव भारतीय बाजारों पर भी पड़ेगा।