(IMD Rain Alert)। मौसम विभाग ने मानसून को लेकर बड़ा अपडेट जारी किया है। IMD ने ताजा रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि पिछले दिनों सुस्त पड़ चुका मानसून अब एक बार फिर से एक्टिव हो गया है और तेजी से आगे बढ़ रहा है। पिछले दो दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्य, पश्चिमी और पूर्वी भारत के बड़े हिस्से को तेजी से कवर कर चुका है और अब अगले दो से तीन दिनों में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब (haryana punjab Mausam) में पहुंच जाएगा।
हालांकि, दिल्ली में मानसून आने से पहले ही बारिश का दौर चल रहा है। बीते एक दो दिन से आसमान में बादलों की आवाजाही जारी है और रूक रूककर तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई है, जिससे मौसम सुहावना बना हुआ है।
IMD ने बताया 25 जून तक कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग (weather update) ने 20 जून से 25 जून के बीच हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख सहित उत्तर-पश्चिम भारत के बड़े हिस्सों में गरज चमक और तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने ताजा अपडेट जारी करते हुए बताया है कि इस बार मॉनसून सामान्य तारीख 30 जून से पहले 22 जून तक दिल्ली में पहुंच जाएगा और फिर कई दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
मानसून ने तोड़ा पिछले 16 सालों का रिकॉर्ड –
मौसम विभाग (mausam update) का अनुमान है कि प्राथमिक वर्षा प्रणाली अगले हफ्ते में देश के बाकी बचे सभी राज्यों को कवर कर लेगी, जो सामान्य तारीख से पहले होगी। बता दें कि इस बार मानसून ने सबसे पहले करेल में 24 जून को दस्तक दी थी। ऐसा पहले 2009 में हुआ था। पिछले 16 साल बाद साल 2025 में मानसून समय से पहले पहुंचा है।
मौसम विभाग की मानें तो अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाद का क्षेत्र बन रहा है जिसकी वजह से मानसून को मजबूती मिली है और यह तेजी से आगे बढ़ रहा है। मॉनसून (monsoon update) ने 29 मई तक मुंबई सहित मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और पूरे पूर्वोत्तर को कवर कर लिया।
हालांकि, इसके बाद 29 मई से 16 जून तक करीब 18 दिनों तक मानसून सुस्त रहा। मई के महीने में ठीक ठाक बारिश हुई है। परंतु जून की शुरूआत से अब तक बेहद कम बारिश दर्ज की गई है, जिसकी वजह से तापमान में तेजी से बढ़ौतरी हुई है और उत्तर भारत के राज्यों समेत अन्य राज्यों में भीषण गर्मी और लू की स्थिति बनी है।
इस तारीख को चला जाएगा मानसून –
दरअसल, बंगाल की खाड़ी में दो निम्न दबाव वाली प्रणालियां बनने के कारण 17, 16 जून से 18 जून तक मॉनसून (monsoon update) तेजी से आगे बढ़ा-एक पश्चिम बंगाल पर और दूसरी गुजरात पर। बता दें कि बारिश की प्रणाली आमतौर पर 1 जून तक केरल में दस्तक देती है, 11 जून तक मुंबई पहुंचती है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेती है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से वापस जाना शुरू हो जाती है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से मानसून वापस चला जाता है।
इस बार मानसून में होगी इतनी बारिश –
मौसम विभाग (weather update) का कहना है कि केरल या मुंबई में समय से पहले या देरी से मानसून के आने का यह मतलब नहीं है कि देश के अन्य भागों में भी इसी तरह तेजी से मानसून पहुंचेगा। उनका कहना है कि मॉनसून जटिल वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय कारकों से प्रभावित होता है तथा इसमें महत्वपूर्ण परिवर्तनशीलता होती है।
मौसम विभाग (IMD Rain Alert) ने मई में पूर्वानुमान लगाया था कि भारत में जून-सितंबर मॉनसून के मौसम में दीर्घावधि औसत (एलपीए) 87 सेमी की 106 प्रतिशत बरसात होने के आसार हैं। बता दें कि 96 प्रतिशत से 104 प्रतिशत के बीच बारिश को “सामान्य” माना जाता है.
यहां होगी कम बारिश –
IMD की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश के समीपवर्ती क्षेत्रों, पूर्वोत्तर तथा बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ भागों को छोड़कर देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। वहीं, पंजाब, हरियाणा (Punjab Haryana Mausam), केरल और तमिलनाडु के कुछ अलग-अलग क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है।